कभी कभी पुराने गीत भी बोलते हैं निराशाओं के बोझ को सीने में दबाए हुए चलते हैं, तो कभ कभी कभी पुराने गीत भी बोलते हैं निराशाओं के बोझ को सीने में दबाए हुए चलते ...
इनायत का इनाम दरिंदों से डरने की क्या बात।। इनायत का इनाम दरिंदों से डरने की क्या बात।।
लम्हा - लम्हा ये जिंदगी, दर्द बड़ा ही देती है। लम्हा - लम्हा ये जिंदगी, दर्द बड़ा ही देती है।
हर लम्हा हर लम्हा
इक दिन सुबह जी मचलाया, खाने में मन को कुछ न भाया आहट थी तुम्हारे आने की, इक दिन सुबह जी मचलाया, खाने में मन को कुछ न भाया आहट थी तुम्हारे आने की,
मिल गया यहीं सभी आज हमें जीवन में, मिल गया यहीं सभी ! मधुर मधुर चाँदनी , छिटका रही छवि ! कल्पना... मिल गया यहीं सभी आज हमें जीवन में, मिल गया यहीं सभी ! मधुर मधुर चाँदनी , छिट...